मुम्बई/ देश की अग्रणी ब्लेण्डेड फैब्रिक्स एवं रेडिमेड गारमेण्ट उत्पादक कंपनी 'सियाराम्स' अपनी बढ़ती मांग के मद्देनजर फैब्रिक्स एवं गारमेण्ट उत्पादन क्षमता विस्तार पर १६० करोड रुपये खर्च करेगी। 'सियाराम्स' के वाइस चैयरमेन एवं प्रबन्ध निदेशक श्री रमेश पोद्दार के अनुसार ब्राण्डेड उत्पादों की मांग लगातार बढ रही है। इस बढ ती मांग को पूरा करने के लिए कंपनी ने चालू वित्त वर्ष के दौरान अपनी उत्पादन क्षमता के विस्तार हेतु १६० करोड रुपये खर्च करने की योजना बनाई है। आन्तरिक समायोजनों एवं ऋण से राशि की व्यवस्था की जाएगी। कंपनी ने फैब्रिक्स उत्पादन क्षमता में १० लाख मीटर प्रति माह वृद्धि की योजना बनाई है। श्री पोद्दार के अनुसार विस्तार का कार्य सम्भवतः अगस्त-सितम्बर में प्रारम्भ हो जाएगा।
श्री पोद्दार ने बताया कि वर्तमान में देश के ६००० करोड रुपये के संगठित बाजार के २० प्रतिशत पर 'सियाराम्स' का कब्जा है। कंपनी की वर्तमान उत्पादन क्षमता ५५० लाख मीटर प्रति वर्ष है। जिसमें विस्तार परियोजना के पश्चात् १२५ लाख मीटर प्रति वर्ष का और इजाफा हो जाएगा। इसी प्रकार कंपनी वर्तमान में प्रति माह २.५ लाख नग गारमेण्ट्स तैयार कर रही है जिसे बढ़ा कर ३.२ लाख नग करने का लक्ष्य है। श्री पोद्दार ने जानकारी देते हुए बताया कि 'सियाराम्स' वर्तमान में वीविंग एवं यार्न डाइंग हेतु तारापुर एवं इसके नजदीक क्षेत्र में ४ इकाइयां संचालित कर रही है। इनके अतिरिक्त गारमेण्ट्स उत्पादन हेतु दमन में २ इकाइयां एवं सिलवासा में एक इकाई वीविंग हेतु भी संचालित है।
'सियाराम्स' के वाइस चैयरमेन एवं एम.डी. श्री रमेश पोद्दार के अनुसार कंपनी के प्रमुख ब्राण्ड्स जे.हेम्पस्टेड, ऑक्जमबर्ग, सियाराम एम एस डी उपभोक्ताओं की उम्मीदों पर खरे उतरे है। कंपनी चालू वित्त वर्ष के दौरान इन ब्राण्ड्स हेतु ४० नए स्टोर्स खोलेगी जो मुखयतया फ्रेन्चाइजी आधार पर होंगे। श्री पोद्दार ने आशा प्रकट की कि इस वर्ष कंपनी अपनी शुद्ध बिक्री में १५ प्रतिशत की वृधि हासिल कर लेगा। पिछले वर्ष कंपनी का टर्न ओवर ९०० करोड रुपये का था जो इस वर्ष के अन्त तक ११०० करोड रुपये हो सकता है। उन्होंने कहा कि कंपनी के टर्न ओवर में गारमेण्ट की हिस्सेदारी २०० करोड रुपये तक होगी।