‘श्री उम्मेद मिल’ ने किया गुजरात की ओर रूख
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पाली/ प्रदेश में पाली के पाॅच हजार से ज्यादा लोगों को रोजगार देने के अतिरिक्त यहां स्कूल, काॅलेज, हाॅस्पिटल और स्टेडियम सहित कई अन्य आधारभूत सुविधाएं विकसित करने वाला बागंड़ घराना अब पाली में निवेश नहीं करेगा। बागंड मिल के टेक्सटाइल यूनिट के 400 करोड़ से ज्यादा की विस्तार यूनिट अब गुजरात में लगाई जाएगी। पहले यह निवेश पाली में किया जाना प्रस्तावित था। लेकिन कंपनी के अधिकारिक सूत्रों के अनुसार राज्य सरकार की नीतियों और असहयोग के कारण यह निर्णय किया गया है।
कंपनी के इस फैसले से राज्य में विशेष रूप से पाली में तो 400 करोड़ के निवेश का नुकसान हो गया, करीब पांच हजार नए लोगों के रोजगार की संभावनाएं भी समाप्त हो गई। कंपनी प्रबंधन के अनुसार विस्तार यूनिट के लिए गुजरात राजकोट के आसपास जमीन देखी है। कंपनी ने इसके अतिरिक्त अपने एक और प्रोजेक्ट के लिए नागपुर ;महाराष्ट्रद्ध में जमीन की तलाश शुरू की है। शहर के उद्यमियों का कहना है कि मिल प्रबंधन के इस निर्णय से पाली के विकासात्मक ढांचे पर प्रतिकूल असर डालेगा।
डेढ़ सौ करोड़ का एक्सपांशन भी रोका : जिला प्रशासन द्वारा जनवरी 2010 में बांगड़ स्कूल में पाली महोत्सव के दौरान आयोजित की गई इन्वेस्टर मीट में उद्यमियों ने 16 सौ करौड़ रूपये का निवेश करने की हामी भरी थी । इनमें तीन सौ करोड़ रूपये का निवेश अकेले उम्मेद मील के प्रबंधन ने करने की घोषणा की थी। इसके तहत प्रबंधन ने डेढ़ सौ करोड़ रूपये का निवेश मिल में ही सूटींग-शर्टिंग की नई यूनिट लगाने में कर दिया, लेकिन अब शेष डेढ़ सौ करोड़ रूपये के एक्सपांशन पर रोक लगाकर गुजरात व महाराष्ट्र की ओर रूख किया जा रहा है।
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