दीपावली पर अच्छी ग्राहकी व्यापारियों का हौसला बढ़ाः यूनिफाॅर्म की तैयारियां शुरू
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दीपावली पर अच्छी ग्राहकी व्यापारियों का हौसला बढ़ाः यूनिफाॅर्म की तैयारियां शुरू
इचलकरंजी/ कपड़ा व्यापारी, एजेण्ट तथा कपड़ा उत्पादक जिस बेसब्री से इतंजार में थे, वह समय अब आने से सब लोग ग्राहक के स्वागत में व्यस्त दिख रहे हंै। पिछले कई माह से कपड़ा बाजार में ग्राहकी न के बराबर होने से व्यापार में उदासी छा गई थी। फिर भी गतिविधियों के अनुभव के अनुसार कपड़ों की लेवाली निश्चित रूप से उभर आयेगी। अक्टूबर के अंत तक बाजार में आर्थिक तंगी से सब लोग काफी परेशान थे। लेकिन जैसे-जैसे दीपावली नजदीक आयी तंगी से सब लोग काफी परेशान थे। लेकिन वैसे किसानों, कारीगरों तथा कर्मचारीयों के हाथ में बोनस के रूप में नगदी पैसे आ जाने से बाजार में तेजी से चमक आयी है। रिटेल दुकानों में खासकर रेडीमेड गारमेण्ट में दुकानों में त्योंहारी ग्राहकों की भीड़ देखी गयी। जानकारोें का अनुमान है कि इस त्यौंहार के दौरान दबी हुयी ग्राहकी अब खुलकर खरीदी में व्यस्त हो जाने से भारी मात्रा में पड़ा हुआ स्टाॅक निकल गया है, साथ ही साथ नये स्टाॅक में भी लेवाली अच्छी हुई है।
दीपावली की ग्राहकी से संतुष्ट हुये कपड़ा व्यापारी का हौसला एवं सतुष्ट हुये कपड़ा व्यापारी का हौसला एवं उत्साह बढ़ गया है। अब दीपावली के बाद आने वाले वैवाहिक सीजन की तैयारी के हेतु नया माल तैयार रखना जरूरी होगा। इससे कपड़ा उत्पादक उद्यमियों को कपड़े का उत्पादन शुरू करना चाहिये, लेकिन इस साल दीपावली की छुट्टीयां लंबी हो सकती है, क्योंकि दीपावली के अलावा बिजली के दरों में की गई वृ(ि तथा बढ़ते हुये उत्पाद खर्चों का तालमेल देखकर अगर कपड़े को पर्याप्त भाव मिल जाय तो ही कपड़ा उत्पादक उद्यमी अपनी फैक्ट्रीयां खुलवायेंगे। इसका सीधा असर यार्न मार्केट पर होने से 8 नवम्बर से ही यार्न बाजार में कामकाज बिलकुल नहीं हुआ है।
एक तरफ वीज नियामक आयोग ने बिजली के दरों में भारी वृ(ि कर दी है, तो दूसरी तरफ 1 अगस्त से महाराष्ट्र शासन ने बिजली दरों में दी जाने वाली सब्सिडी खारीज कर दी है। इससे कपड़ा उत्पादन खर्च में भारी वृ(ि हो गई है। इन बुनकर उद्यमियों के साथ साइजिंग, प्रोसेसिंग तथा अन्य उद्यमी भी इस बिजली दरों की बढ़ोतरी से परेशान है। उधर मुंबई में आयोजित महाराष्ट्र राज्य सहकारी वस्त्रोद्योग महासंघ के वस्त्रोद्योग सम्मेलन में महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री श्री पृथ्वीराज चव्हाण ने बुनकर उद्यमियों को आश्वासित किया कि, राज्य के पावरलूम उद्यमियों को पूर्ववत् बिजली दर रखने का निर्णय अगले सप्ताह में किया जायेगा। इस सम्मेलन में महासंघ के अध्यक्ष श्री अशोक स्वामी ने कहा की बढ़े हुये बिजली दर से पावरलूम धारक वित्तीय संकट तथा अन्य विभिन्न समस्या से काफी परेशान हो गये हैं। इसे राज्य शासन की तरफ से तुरंत निर्णय लेना जरूरी है। इस सम्मेलन में भूतपूर्व उपमुख्यमंत्री श्री अजित पंवार, वस्त्रोद्योग मंत्री श्री नसीम खान, उळर्जा मंत्री श्री राजेश टोपे, भूतपूर्व सांसद निवेदिता माने, पूर्व मंत्री प्रकाश जी आवाडे तथा विधायक सुरेशराव जी हालवणकर समेत इचलकरंजी के पाॅवरलूम संगठनो के पदाधिकारी तथा पाॅवरलूम उद्यमी मौजूद थे।
युनिफाॅर्म सुटिंग-शर्टिंग के प्रसि( व्यापारी मयूरंग सिथेटिक्स के श्री महेश शारड़ा ने ‘टेक्सटाइल मिरर’ के सवांद्दाता को बताया कि इस वर्ष कारीगरों की कमी से ग्रे कपड़ो के प्राॅडक्शन में काफी कटौती हुई है। साथ ही तमिलनाडू सरकार का लंबा प्रोग्राम इचलकरंजी में आने से काफी कपड़ा उत्पादक उद्यमी उन क्वालिटीयों के प्राॅडक्शन में व्यस्त है। इसके साथ-साथ दीपावली की छुट्टीयों के कारण लूम्स बंद हो चुके है। इससे प्राॅडक्शन पूरी तरह बंद रहेगा तथा दीपावली में तैयार स्टाॅक खत्म होने से इन दिनों में ग्रे कपड़ो में शार्टेज रहेगी। गर्मी वाले काॅटन फाईन शर्टिंग की तैयारी सितम्बर-अक्टूबर में शुरू हो जाती है, लेकिन यार्न रेट ज्यादा बढ़ने से व्यापारीयों ने प्लानिंग की नहीं है। अब ग्रे कपड़े के भाव कम होने के आसार नजर नहीं आ रहे हैं। इसलिए धीरे-धीरे व्यापारीयों ने सीजन की तैयारी शुरू कर दी है। इन सभी कारणों से हाल ही में गत यूनिफाॅर्म सीजन से आज के यूनिफाॅर्म कपड़े के भाव 3-4 रुपये बढ़ चुके है। आने वाले दिनों में यूनिफाॅर्म की तैयारी शुरू होने वाली है। इसलिए यूनिफाॅर्म मेन्युफैक्चरर बढ़े हुये भाव के कारण असमंजस स्थिति में है।
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