उत्पादन की विकास दर में इजाफा
वैवाहिक सीजन को देखते हुए मांग बरकरार रहने का अनुमान
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नई दिल्ली/ विनिर्माण क्षेत्र के खराब प्रदर्शन से सितंबर माह में औद्योगिक उत्पादन में भले ही 0.4 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई लेकिन टेक्सटाइल उत्पादन की विकास दर में इजाफा हुआ है और यह टेक्सटाइल उद्योग के लिए अच्छा संकेत हैं। टेक्सटाइल उत्पादांें में मांग बनी रहने से आगे भी उत्पादन में वृ(ि के संयोग हैं।
इस समय कपड़े में मांग अच्छी चल रही है। दीपावली के फेस्टीवल सीजन के बाद आगे वैवाहिक सीजन है और इसमें टेक्सटाइल आइटमों की मांग ज्यादा रहती है। साथ विंटर सीजन में वूलन एवं गर्म मालों की मांग निकल रही है। इसलिए आने वाले महीनों में भी टेक्सटाइल आइटमों की मांग अच्छी बनी रहेगी जिससे उत्पादन में सुधार जारी रहेगा।
सितम्बर में टेक्सटाइल ;यार्न-फैब्रिक्स आदिद्ध उत्पादन में 1.7 प्रतिशत तथा गारमेण्ट-अपैरल उत्पादन में 14.3 प्रतिशत का इजाफा हुआ है। अप्रैल-सितम्बर 2012 की अवधि में टेक्सटाइल में 6.8 प्रतिशत की वृ(ि दर दर्ज हुई है जबकि इस अवधि में गारमेण्ट उत्पादन में 0.7 प्रतिशत की मामूली कमी आई है लेकिन इन दोनों सेगमेण्ट को मिलाकर कुल विकास दर लगभग 5 प्रतिशत से अधिक रही है। जबकि एक साल पहले इसी महीने में आईआईपी में 2.5 प्रतिशत वृ(ि दर्ज की गई थी। एक महीना पहले अगस्त 2012 में औद्योगिकी उत्पादन में सालाना आधार पर 2.3 प्रतिशत वृ(ि रही थी।
सितम्बर में गारमेण्ट निर्यात बढ़ाः सितम्बर में गारमेण्ट निर्यात में भी अमेरिकी डाॅलर में 2.22 प्रतिशत का इजाफा हुआ है जबकि अगस्त मेंे इसमें -7.22 प्रतिशत की गिरावट आई थी। यद्यपि अपै्रल-सितम्बर 2012 के दौरान गारमेण्ट निर्यात में रुपए में 8.49 प्रतिशत बढ़ा है जबकि अमेरिकी डाॅलर में 10.21 प्रतिशत घटा है।
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