अच्छे आॅर्गेनाइजेशन की पहचान
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कहा गया है कि किसी आॅर्गेनाइजेशन को अच्छे कर्मचारी एवं कर्मचारी को अच्छा आॅर्गेनाइजेशन मुश्किल से मिलता है। अच्छे आॅर्गेनाईजेशन की परिभाषा यह है कि जहां काम करने का हेल्दी वातावरण है। कर्मचारी को वहां काम करके सन्तुष्टि मिले एवं कर्मचारी को उसकी मेहनत का उचित फल टाइम से मिले। कर्मचारी के सुख-दुख में कंपनी उसका साथ दे एवं जहां काम करके कर्मचारी को सुरक्षा का अहसास हो, उपरोक्त बातें जिस संगठन में मौजूद हो उसे ही एक आदर्श आॅर्गेनाइजेशन कहा जा सकता हैं।
ठीक उसी तरह कर्मचारी चाहे वह किसी भी स्तर पर क्यों न कार्य कर रहे हों यदि कंपनी की उन्नति में ही अपनी उन्नति देखते हों तभी उन्हें वफादार अथवा आदर्श कर्मचारी का खिताब दिया जा सकता है।
एच.ओ.डी.ः- यह पद किसी भी आॅर्गेनाइजेशन की सबसे महत्वपूर्ण स्थिति होती है। किसी नामचीन संस्था द्वारा किए गए सर्वे के अनुसार किसी अच्छे कर्मचारी द्वारा नौकरी छोडने के कारण में 70 प्रतिशत योगदान एच.ओ.डी. का होता है। एक अच्छा एच.ओ.डी. उसे ही कहा जा सकता है जो अपने कर्मचारियों के सुख-दुख का पूरा खयाल रखे एवं उनकी भावनाओं का आदर करें। किसी भी अच्छे कार्य के सम्पन्न होने पर उसका क्रेडिट एप्रिसिएशन के रूप में कर्मचारी को अवश्य ही दिया जाना चाहिए। क्योंकि यही उसके लिए अतिरिक्त ऊर्जा होती है जिससे प्रेरित होकर वह और भी सुन्दर तरीके से कार्य करने के लिए प्रोत्साहित होता है। एच.ओ.डी. का कार्य एम्प्लोयी एवं एम्प्लोयर के बीच पुल जैसा होता है जिसे भलीभाॅंति निभानेवाला एच.ओ.डी. ही एक सफल प्रधान कहलाता है। एच.ओ.डी. को लीडर का दर्जा दिया गया है। लीडर ही आॅर्गेनाइजेशन रूपी ट्रेन का हिस्सा होता है। एच.ओ.डी. में क्या विशेषताएं होनी चाहिए और उसे क्या करना चाहिए इस विषय पर अगले अंक में चर्चा जारी रहेगी।
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