‘सियाराम’ के मालों की बेहद मांग
साडि़यों में 3000 रुपये तक रेंज में धूम
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आगरा/ दो दिलों के रिश्तों के बंधन शादी सीजन से सम्पूर्ण कपड़ा बाजार गुलजार हो चुका है। बिक्री का यह आलम है कि इस समय थोक विक्रेता को सप्लायर्स से स्टाॅक संबन्धी पूरी जानकारी लेने के बाद खुदरा व्यापारी को माल बेचना पड़ रहा हैं। प्रायः दीपावली के बाद के पन्द्रह दिनों तक बाजारों में ग्राहकी का मन्दा ही देखने में आता था। लेकिन इस बार लक्ष्मी पूजन होते ही बाजारों में जो ग्राहकी दिखाई दी उससे मालों का टोटा पड़ गया। उम्मीद से ज्यादा ग्राहकी होने से व्यापारी काफी उत्साहित नजर आ रहे हैं। व्यापारी द्वारा मांगे जा रहे उत्पाद की अनुपलब्धता के चलते वे दूसरे उत्पाद देकर व्यापारी को संतुष्ट कर रहे हैं। सबसे ज्यादा इस समय सूटिंग-शर्टिंग में सियाराम सिल्क मिल के कुछ उत्पादों की बेहद मांग बनी हुई है। लेकिन इन उत्पादों की इस कमी के कारण व्यापारी आस-पास की मण्डियों में इन उत्पादों को तलाश रहे हैं। खुदरा व्यापारियों का कहना है कि अन्य मिलों की अपेक्षा सियाराम मिल के रेट काफी रिजनेबल है। मिल का बेजूबाबरा मिक्स एण्ड मैच उत्पाद की जबरदस्त मांग बाजार में है। इसके साथ ही स्वागत, सफारी, प्लेन साटन की भी मांग बनी हुई हैं। मिस्टेयर के डीलर श्री गोपाल बाबू राजीव कुमार बंसल ने बताया कि मिल के मांगों की यह स्थिति हैं कि स्टाॅक पाॅजिशन लेकर जब सेल्स मैनेजर निकलता है तो आगरा मण्डी में पहुंचते-पहुंचते ही काफी उत्पाद क्लीयर हो जाने कि मिल से खबर मिल जाती है। यही हाल मितवा, की शर्टिंग का है।
साडि़यों में 2000 से 3000 रूपए तक की साडि़यों की धूम मची हुई हैं। जयपुर की रियल जैकार्ड, विस्कोस डाॅलर कपड़े पर काम वाली 5 से 7 हजार रूपए तक की साड़ी सूरत की शिफाॅन कोटिंग वर्क की साड़ीयों की बेहद मांग हैं। शीतल साड़ी के श्री प्रतीक गोयल का कहना था कि आज जिस तरह से महंगाई बढ़ रही है। उसका महिलाओं की साड़ी खरीद पर कोई असर नहीं हैं। टी.वी. सीरीयलों को देखकर महिलाएं 2 से 3 हजार रूपए तक की साड़ी खरीदने मंे जरा भी गुरेज नहीं करती। व्यापारियों का मानना है कि इस साल ग्राहकी अच्छी रहेगी। क्योंकि 5 जनवरी के बाद सात महिनों के दौरान काफी शुभ लग्न है।
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