जबरदस्त विरोध से पावरलूम प्रोजेक्ट का भूमी आवंटन रद्द
ग्रे मार्केट तेज ः ग्राहकी सुस्त
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पाली@ नया गांव औद्योगिक क्षेत्र में विकसित होने वाले पावरलूम उद्योग के लिये भूखण्ड आवंटन को लेकर जारी की गई सूचनाओं में गड़बडि़यों के आरोपों के बाद बुधवार को कार्यवाहक कलेक्टर व रीको के एमडी के निर्देश पर आवंटन प्रक्रिया स्थगित कर दी गई है।
दो सौ से अधिक उद्यमियों ने सीईपीटी में एक मीटींग आयोजित की जिसमें स्कूटनिंग समिति को आड़े हाथों लिया इसके बाद जुलुस के रूप में और उद्यमी इकट्ठे होकर कलेक्टर के पास जाकर पूरी स्थिति की जानकारी दी।
पावरलूम हेतु 411 आवेदन रीको के पास पहुंचे थे। कई उद्यमियों को भूखण्ड प्रथम चरण में देना था। करीब 3 माह पहले आवेदन सभी से लिये गये थे। स्कूटिंग कमेटी ने 27 जून को 36 उद्यमियों की सूची जयपुर भेजी। उसके बाद 30 और नाम जोड़कर आवंटन हेतु बुधवार को बैठक बुला ली। कलेक्टर, रीको के एमडी ने सभी आवेदकों को समान मौका देते हुये लाॅटरी निकालकर आवंटन देने को कहा था। फिर स्कूटिंग समिति ने 411 आवेदनों में से 345 आवेदन निरस्त कर दिये गये। सिर्फ 66 आवेदनकत्र्ता को ही सही माना था। जिसका भयंकर विरोध हुआ एवं आवंटन प्रक्रिया निरस्त करनी पड़ी।
पावरलूम प्रोजेक्ट हेतु 1 साल से प्रक्रिया चल रही थी। जमीन आदि भी चिंहित हो गई। वहां नम्बर सहित मारकिंग भी हो चुकी है। शुरू होने के पहले ही यह इण्डस्ट्रीज विवादों के घेरे में आ चुकी है। आर.टी.एच.वी. एसोसिएशन के अध्यक्ष श्री रजनीश कर्नावट ने कहा कि आज जो हुआ यह उद्यमियों की जीत है। कुछ उद्यमियों का प्लाॅट मिल जाने से कोई नया उद्यम लगा तो नहीं पायेगा। एक तरफ सी.एम. उद्योग लगाने हेतु बुलाते हंै। तो दूसरी तरफ अधिकारी प्लाॅट आवंटन करने हेतु पुलिस बुलाती है। अधिकारी कौनसा उद्यम माहौल पैदा करना चाहता है।
एसोसिएशन आरटीएचडी मेम्बर श्री विनय बम्ब ने बताया कि हम जयपुर जाकर रीको अधिकारियों से मिलकर वहां जो घपलेबाजी हुई उन लोगों को वस्तुस्थिति को अवगत करायेंगे एवं निरस्त फर्मों की वापस जांच कर जो कमी हो उसे पूरी कर लाॅटरी से प्लाॅट सभी को आवंटन करे। युवा उधमी श्री गौतम चैपड़ा एवं श्री हरीश दवे ने बताया कि फार्म जमा करने में एक पेपर नहीं लगाने से फार्म निरस्त करना गलत बात है। वह पेपर हम लोगों से मंगा सकते थे। लेकिन कुछ उद्यमियों के इशारे से यहां के रीको के अधिकरी काम करते हंै। जिनके चलते छोटी-छोटी कमियों के कारण फाॅर्म निरस्त किये हंै।
पिछले एक माह में ग्रे मार्केट वापस तेजी की ओर बढ़ रहा है। करीब 2 रुपये मीटर की तेजी आ चुकी है। रोटेशन के चलते प्रोडक्शन में भयंकर कमी आ गई है। इतना होते हुये बाहर मण्डियों में ग्राहकी सुस्त है। ग्राहकी न होते हुये ग्रे मार्केट तेजी होने का कारण बताते है कि यार्न मार्केट में भयंकर तेजी होने के कारण भाव बढ़ रहे हैं। यह तेजी कुछ समय तक और बनी रहेगी।
उधर असम में हिंसा के चलते यहां के उद्यमियों का करोड़ों रुपये का माल गया हुआ है। असम में पाली की सूती साडि़यां सबसे ज्यादा बिकती है। ट्रांसपोर्ट वाले भी बुकिंग असम की नहीं ले रहे हैं। असम में काफी तादाद में कपड़े के काम करने वाले मारवाड़ी लोग ही है। हिंसा का माहौल देखते हुये सबसे पहले वहां पर मारवाडि़यों को डर लगा रहता है। क्योंकि हिंसा में वहां के लोग मारवाडि़यों पर पहले निशाना लगाते है। फिलहाल करोड़ों रुपये की उधारी व माल लटका हुआ है।
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