पोस्टर्स व फैन्सी यार्न डिजाइनों का बोलबाला
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इन्दौर/ कपड़ा बाजार में भाीलवाड़ा सिन्थेटिक सूटिंग में मांग कमजोर है। पेण्ट शर्ट जोड़ों सफारी सूट सहित सूट लेंथ में वैवाहिक ग्राहकी लगभग समाप्त हो गयी है। सिन्थेटिक सूटिंग भीलवाड़ा में बिक्री का ग्राफ सामान्य स्तर पर ही चल रहा है। जबकि काॅटन सूटिंग की मांग में इजाफा देखने को मिल रहा हैै। थोक निर्माताओं ने सिन्थेटिक क्वालिटी के ट्राउजर की खरीद फरोख्त पर विराम लग गया है। उसका कारण यह बताया जाता है कि दक्षिण भारत में सिन्थेटिक सूटिंग का ट्राउजर पसंद नहीं किया जा रहा है। ट्राउजर का उत्पादन प्रभावित होने से थोक गारमेण्ट की कई इकाइयां बन्द हो गयी है शेष इकाइयां काॅटन क्वालिटीयां को तवज्जो दे रही है। इस समय बाजार परिवर्तन के दौर से गुजर रहा है। भीलवाड़ा की सिन्थेटिक सूटिंग को स्टैण्डर्ड मिलें जोरदार टक्कर दे रही हैं। सियाराम, मेकर्स, रेमण्ड, ओसीएम, ग्रेेसिम, रीड एण्ड टेलर, डोनियर, गे्रवियरा, बीएसएल, मयूर, जे हेम्पस्टेड, चिनार के नाम चल रहे हैं। सूटिंग में पीवी, पीसी, लिनन, वस्र्टेड, टेरीवूल क्वालिटीयों में ग्राहकी का सामान्य रुझान ही है।
मुम्बई की शर्टिंग लगातार चर्चा में बनी हुई हैं। प्रमुख ब्राण्डों ने श्रेष्ठ कामकाज कर मजबूत पकड़ बना ली है। ब्राण्डों के नए उत्पाद दमदार बने हुए है और पैकिंग क्रान्ति लोकप्रिय भी हुई हैै व एक्सप्लूसिव रेंजों में मांग है। 100ø लिनन, 100ø प्रिण्ट, प्लेन, जेकार्ड, एम्ब्रायडरी में नई रेंज एवं फैंसी डिजाईनों को पसंद किया गया है। आने वाले समय पैनल, बडे+ एवं छोटी चेक्स एवं लायक्रा आधारित उत्पादों पर दारोमदार है। शर्टिंग निर्माता आगामी सीजन के लिए तैयारियां कर रहे हैंं। अनेक उत्पादकों ने नए डवलपमेण्ट बाजार में प्रस्तुत किए है। निर्माता वर्ग सेल्स काॅन्फ्रेंस एवं प्रोत्साहन पैकेजों का सहारा लेकर माल खपा रहे हैं। जानकारों के मुताबिक आगामी लग्नसरा पर चटकिले एवं सोबर रंगों की डिजाइनें पसंद की जा रही है। पोस्टर्स व फैंसी यार्न डिजाइनों का भी बोलबाला रहेगा। मुम्बई की जालान सिल्क मिल्स ने आगामी सीजन के अनुरूप सोबर, लाइनिंग, चेक्स, पेनल, 3डी, प्रिण्ट, और फैंसी यार्न की डिजाइनों के पोस्टर्स डवलप किये हैं। 58“ पन्ने में चेक्स बड़ा पटट्ा एवं पेनल की डिजाइन्स बाजार में पेश की है।
साड़ी एवं सूट बाजार में लग्नसरा की ग्राहकी का प्रथम चरण पूरा हो गया है। व्यापारियों के अनुसार वैवाहिक ग्राहकी का प्रथम चरण अच्छा रहा, परन्तु अब ग्राहकी में उठाव कमजोर है। ग्राहकी कम होने का मुख्य कारण सख्त नाणातंगी की स्थिति का होना है। व्यापारीयों के अनुसार ग्रामीण क्षेत्र से पुरानी उगरानी नहीं आ रही है और न ही उधारिए ग्राहक भी आ रहे हैं, एवं पैसा भी जाम हो गया है। विशेषज्ञों के अनुसार अब 15 जनवरी के बाद ही लग्नसरा की ग्राहकी में इजाफा झलक सकता है। इस समय थोक नकदी व्यापारी उत्पादक मण्डियों में सस्ता मंदा माल पकड़ेंगे। बाजार में लहंगे चुन्नी का स्टाॅक बढ़ाया जा रहा है, अच्छी क्वालिटीयों में पसंद लगातार मांग बढ़ रही है। बाजार में कैटलाॅग की फैंसी डिजाइनर साडि़यों में अच्छा माल है, सभी उत्पादक कैटलाॅग में ही साडियां डेवलप कर रहे हैं। गर्म मालों में रेग्यूलर ग्राहकी चल रही है। पानीपत व अमृमसर के कम्बल, मिन्क के कम्बल, शाॅल, शाॅल कैशमिलोन, पशमीना में कामकाज बढ़ा है। ग्रे मारकीन एवं फलालेन की मांग में इजाफा हुआ है। पोपलीन की मांग कमजोर है, जबकि काॅटन, धोती जोडों में तेजी बरकरार है।
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