लुधियाना के हौजरी उद्योग ने की उत्पादन शुल्क हटानेे की मांग
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लुधियाना/ यहां के निटवियर हौजरी उद्योग ने कहा कि वर्ष 2011 के केन्द्रीय बजट में ब्राण्डेड वस्त्रों पर लगाये गए उत्पाद शुल्क को वर्ष 2013-14 के केन्द्रिय बजट में समाप्त कर दिया जाना चाहिए।
लुधियाना निटवियर क्लब के अध्यक्ष श्री दर्शन दावर ने कहा कि वर्ष 2011 के दौरान लागू किए गए उत्पादन शुल्क के इस क्षेत्र के उद्यमियों के व्यवसाय पर प्रतिकुल प्रभाव पड़ा है। राजस्व सचिव व सुमित बोस के समक्ष प्रस्तुत ज्ञापन में क्लब ने कहा कि देश के टेक्सटाइल उद्योग को चीन, बांग्लादेश, श्रीलंका से आयात किए जाने वाले वस्त्रों के मुकाबले प्रतिस्पर्धा करनी पड़ रही हैं। क्योंकि इन देशों में शुल्क, श्रम व ब्याज की दरे कम होने के कारण इन देशों के वस्त्र सस्ते हैं। श्री दावर ने कहा कि देश का निटवियर उद्योग हौजरी उत्पादकों के मूल्य में वृ(ि कर पाने में असफल रहा है और अब आयात की प्रतिस्पर्धा के चलते क्षेत्र का हौजरी क्लस्टर अपनी पहचान खो चुका है। श्री दावर ने टेक्नोलाॅजी अपग्रेडेशन फण्ड स्कीम के अन्तर्गत लघु माध्यम व्यवसाय क्षेत्र के लिए आरक्षण की मांग की है।
टफ्स के लिए आवंंटित धन राशि की 50 प्रतिशत धन राशि लघु मध्यम व्यवसाय के लिए आरक्षित होनी चाहिए। उन्हांेने कहा कि निटवियर और हौजरी उद्योग अपनी श्रम सम्बंधित समस्या का हल उन्नत तकनीक अपनाकर करवाना चाहता है तथा इसके साथ ही श्रम की आवश्यकता को कम किया जा सके। उन्होंने वित्तमंत्री से लुधियाना के हौजरी उद्योग के लिए एक दर्शनीय स्थल के आवंटन की भी मांग की है। इस उद्योग के द्वारा अनेक प्रदर्शनकारियों का वर्ष के दौरान आयोजन किया जाता है तथा उचित स्थान के अभाव में उद्योग को अनेक समस्याओं का सामना करना पड़ता है। उद्योग ने सरकार से कहा कि ब्याज दरों में वृ(ि को रोका जाना चाहिए जो उद्योग की प्रतिस्पर्धा क्षमता को प्रभावित कर रही है।
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