पूछपरख शुरूः प्रदूषण से उत्पादन प्रभावित
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बालोतरा/ परिवर्तन परिलक्षित होने के आसार नजर आने लगे हैैंै। नये वर्ष की सुनहरी किरणोें का आभास सुखदायी लग रहा है। धुआंधार ग्राहकी का अभाव भले हो, परन्तु ग्राहकी का चयन व पूछपरख का क्रम स्पष्ट है। उद्यमी बताते हंै कि दिशावरी मण्डियों में गर्म मालों की बिक्री है, पर आगे की वैवाहिक सीजन को देखकर वे अपने स्टाॅक में माल रखने को इच्छुक है। उत्पादकों ने बताया कि आज का उपभोक्ता पहले से कई गुना अधिक जागरूक हो गया है। उसका कतिपय ब्राण्डों के प्रति मोह है, इस कारण दुकानदार के कहने के उपरान्त भी वह अडिंग रहता है। नकली मालों के प्रचलन का भी यह एक राज है।
औद्योगिक क्षेत्र के अपशिष्ट जल को दो दिनों तक बालोतरा सोल्यूशन कन्ट्रोल एण्ड रिचर्स फाउन्डेशन ट्रस्ट द्वारा न लिये जाने के कारण इन दिनों में औद्योगिक गतिविधियों में अवकाश रहा। ट्रस्ट अध्यक्ष श्री रूपचंद सालेचा ने बताया कि उन्हें यकीनन मालूम है कि इससे औद्योगिक उत्पादन प्रभावित होगा, पर विषम परिस्थितियों में ऐसे निर्णय लेने लाजमी हो जाते हैं। अपुष्ट खबरों के अनुसार ट्रस्ट कुछ और दिनों के लिये उत्पादन बन्दी सन्दर्भ में अवकाश की घोषणा पर विचार कर रहा है।
पोपलीन का उत्पादन कम होने से चालानी भी कम हो रही है। वैसे पोपलीन के रगों में फैशन व अन्य कारणों से हो रही, बढ़ोतरी से पोपलीन प्राॅडक्ट की चमक ज्योेें की त्यों बरकरार है। ईरोड की सस्ती लूंगी के बाजार में आने से बालोतरा की लूंगी का उठाव कम हो गया है। पंजाब में बिकने वाली रजाई प्रिन्ट की मांग शून्य स्तर पर आने से उत्पादकों को भारी नुकसान लगने की सम्भावना है। वे माल रोके या बेंचे की स्थिति का अध्ययन कर रहे हैं।
सिन्थेटिक प्रोसेस हाऊस जो मन्दी की मार से चमकहीन हो रहे थे, उनसे पाली की पी.सी. प्रोसेस हेतु आने से फिर खुमारी आ गई। भीलवाड़ा का सूटिंग प्रोसेस करने वाले खिलाड़ी शान्ति के साथ कार्य सम्पन्न कर रहे हंै। सूटिंग प्रोसेस करने वाले श्री प्रेम भारती व श्री तनसुख हुन्डिया ने बताया कि यहाँ का सूटिंग प्रोसेस अपने आप में लाजवाब होने से पारखू प्रोसेस कराने वाले कभी यहाँ से मुख मोड़ने का सोच ही नहीं सकते।
जब कभी भी सोल्यूशन निवारण की कारगर योजना यहाँ अमली जामा पहिन लेगी उसके बाद इस क्षेत्र के वस्त्र रगांई छपाई उद्योग की छाप कितनी पक्की होगी इसका अदांजा लगाया जा सकता है।
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