तेज ठण्ड से टेरीवूल में अच्छी कटतः संक्रान्ति बाद उम्मीदें
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जयपुर/ राजस्थान के खुदरा व्यापारियों को अभी कोई भी लालच खरीदारी के लिए प्रेरित नहीं कर रहा है। संक्रान्ति के बाद माल अच्छा लगेगा तो माल की खरीदारी करेंगे अन्यथा इस सीजन का कपड़ा तो हमारे पास रखा है, ऐसा सभी प्रमुख खुदरा विक्रेताओं का कहना है। अभी से मार्च व अप्रेल की बातें की जा रही है, तो होलसेल व्यापारीयों के अभी के दौरे खाली जा रहे हैं एवं पुनः संक्रान्ति के बाद प्रयास करने ही पडे+ंगे, ऐसा सभी प्रमुख मण्डियों के थोक विक्रेता एवं एजेण्ट का कहना है।
ठण्ड की अधिकता से उम्मीद बनी थी की टेरीवूल का सभी कंपनीयों का कपड़ा अच्छा कटेगा परन्तु मार्केट की रिपोर्ट कहती है कि इम्पोर्टेड़ टी.आर. अथवा मिलों के टी.आर. ने रेमण्ड व रीड एण्ड टेलर इत्यादि के पी.डब्लू की बिक्री काफी प्रभावित की है। एक बार पुनः ट्वीड कपड़े की ब्लेजर एवं नेहरू जेकेट के लिए मांग है। परन्तु यह कपड़ा बहुत ही कम खुदरा विक्रेताओं द्वारा रखा जा रहा है। अतः उपभोक्ता चुनिन्दा दुकानों से ही खरीदने के लिए मजबूर है।
इस समय किसी प्रकार की आकर्षक स्कीम की कोई चर्चा नहीं है। पिछले समय में देखने में आया है कि खुदरा विक्रेताओं की प्रथम मांग अच्छे कपड़े की है। न कि स्कीम की, स्कीम तो प्रत्येक मिल देती है परन्तु जो कम्पनियां अच्छा कपड़ा देती हैं व अवश्य ही बिकता है। पी.वी. में ग्रासिम की क्वालिटी उत्तम है तो छोटी जगाहों में सियाराम ने बेहतर पब्लिसिटी पाई है। मेकर्स के कपडे+ कि मांग पहले से अच्छी है। राजस्थान ऐसा मार्केट है जहां खुदरा विक्रेता जो चाहे वो बेच सकता है। बस चाहिए तो सिर्फ सुविधएं जो की प्रत्येक मिल एवं हाॅलसेल डीलर देता है।
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