Textile News
केम्ब्रिक के ईऊंचे भाव पर भी ग्रे कपड़ों का अभावः प्रोसेस में कामकाज धीमा

Email News Print Discuss Article
Rating

मंुबई/ दिसावरी एवं निर्यात दोनों बाजारों में ग्राहकी मंदी है। परंतु व्यापारियों की धारणा मकर सक्रांति के बाद अच्छी ग्राहकी निकलने की है। उसके बाद मई तक कपड़ा बाजार के लिए एक अच्छी बिक्री का सीजन रहने की उम्मीद की जा रही है। कारण कि इसी वक्त स्कूल यूनिफाॅर्म की सीजन, गरमी के कपड़ों की सीजन और सबसे महत्वपूर्ण है वैवाहिक सीजन की ग्राहकी बाजार में होने से कपड़ों के कारोबार में आगामी दिनों में अच्छे संयोग बताये जा रहे हैं। देश के अनेक भागों में कड़ाके की सर्दी पड़ रही है, इससे कदाचित काॅटन तथा सिंथेटिक दोनों तरह के कपड़ों की आगामी ग्राहकी पर आंशिक असर पड़ सकता है। लेकिन जो बाजार फिलहाल रिवर्स में चला गया है, उसमें निश्चित सुधार की संभावना व्यक्त की जा रही है। बाजार में आर्थिक संकट लगता है कि अब कायम हो गया है। शेयर बाजार, रियल इस्टेट, सोना-चांदी इत्यादि बाजारों की चकाचैंध एवं कपड़ा बाजार की तुलना में इन बाजारों में निवेश पर बढ़ते प्रतिफल से यहां का बहुत सारा निवेश में इन लाभदायी बाजारों की ओर जाने से अब बाजार में अच्छी-अच्छी पार्टियां भी आर्थिक संकट के दौर से गुजरने लगी है। एक तरफ बाजार में फिनिश कपड़ों की मांग सीमित हो गई है, ग्रे कपड़ों का उत्पादन घट रहा है, लेकिन फिनिश कपड़ों के भाव नहीं बढ़ रहे हंै, जबकि ग्रे कपड़ों का भाव बढ़ना शुरू हो गया है। इन दिनों गारमेण्ट कारखानों में कामकाज अच्छा हो रहा है। लेकिन प्रोसेस हाउसों में कामकाज धीमा है। प्रिंटिंग प्रोग्रामों कमी आ गई है। प्लेन कपड़ों की ओर बाजार का रूझान होने से प्रिंटिंग पर प्रोग्रामिंग कम हो रही हैं। बाजार में मिलों के माल में मांग बनी हुई है। इस समय साउथ के ग्रे कपड़ों का भाव ऊंचा बोला जा रहा है। पिछले 10 दिनों में काॅटन यार्न में 40 और 60 काउंट के यार्न में प्रति 5 किलो 100 रूपये की तेजी के बाद यार्न के इस भाव पर वीवर्सों को माल बनाकर बाजार में बेचना मुश्किल हो रहा है। भिवंडी में सूती ग्रे कपड़ों का उत्पादन घटता जा रहा है। पोंगल के निमित्त साउथ में करीब 1 सप्ताह तक उत्पादन बंद रहता है। अभी से साउथ के ग्रे कपड़ों के भाव ऊंचे बोले जा रहे हंै। ब्लाउज मटीरियल की लागत बढ रही है और बाजार में इसके उत्पादक कम होते जा रहे हैं, इससे इस समय टू बाय टू और टू बाय वन दोनों के भाव ऊंचे कोट किये जा रहे हैं। जानकारों का कहना है कि इनके बाजार भाव में 5 से 7 रूपये की वृ(ि हो चुकी है। बाजार में कोई विशेष मांग नहीं बताई जा रही है, तथापि कम उत्पादन एवं बढती लागत से उत्पादक तैयार माल के भाव बढ़ाने पर मजबूर बताये जा रहे हैं। इन दिनों सूती यार्न के भाव में अप्रत्याशित भाव वृ(ि से कारोबारी फिर से परेशान हो रहे हैं। यार्न का भाव बढ़ने से ग्रे कपड़ों की लागत ऊंची जा रही है। ग्रे कपड़ों के भाव तो बढ़ने शुरू हो गये हैं, परंतु फिनिश माल के भाव बाजार में नहीं मिल रहे हैं। इससे बाजार की स्थिति रिवर्स हो गई है। साउथ में बिजली की कटौती का सिलसिला अनवरत बना हुआ है। वहां अधिक से अधिक स्पिनिंग मिलें होने से इसका असर काॅटन यार्न के उत्पादन पर पड़ रहा है इसी वजह से काॅटन यार्न की कुछ किस्मों में प्रति 5 किलो 100 रूपये की तेजी आने से बाजार का समीकरण बिगड़ सकता है। यद्यपि 15 जनवरी से बाजार में कारोबार को गति मिलने की पूरी संभावना है। तथापि जिस तरह से देशावरी मंडियोें में सर्दी की व्यापकता बढ़ी है, उससे गरमी के कपड़ों की मांग में विलंब होने की बात शुरू हो गई है। अमेरिका एवं यूरोप में डेनिम की मांग घट रही है। डेनिम में अब स्टाॅक जमा होता जा रहा है। बाजार में लायक्रा सूटिंग एवं शर्टिंग दोनों की मांग है और इसमें कारोबार की स्थिति यथावत् बरकरार है। 30@20@20, 144@74 54 इंच पना का बाजार भाव 150 रूपये है, जबकि 30@16 लायक्रा 144@48, 48 इंच पना का भाव 155 रूपये है। वहीं पोली लायक्रा में 20@220, 128@72 की क्वालिटी 56 इंच पना का भाव 150 रूपये है। काॅटन साटीन में अच्छी मांग निकली है। साटीन में 50@40,218@108, 63 इंच पना का भाव 115 रूपये है। कम्पैक्ट बाई कम्पैक्ट का भाव जहां 80 रूपये है, वहीं एयरजेट 63 इंच पना 40@40, 120@96 कोम्ब बाई कोम्ब ग्रे का भाव 80 रूपये है। यार्न डाईड चैक्स 40@40, 120@58 क्वालिटी 58 इंच पना का भाव 125 रूपये है। यार्न डाईड 60@60, 144@80 की बाजार में अच्छी मांग है। पोलिएस्टर काॅटन ब्लैक 50 पीसी 80@76 क्वालिटी 8800 ग्राम वजन का भाव 25 रूपये है। पोलिएस्टर विस्कोस 84@76, 48@52 की मांग है। लिनन शर्टिंग की बाजार में मांग कायम है। पावरलूम 20@20, 52@52 50 इंच पना 170 ग्राम वजन के ग्रे कपड़ों का भाव 25 रूपये और 59 इंच पना 200 ग्राम वजन का 31 रूपये हंै। बेडशीट्स में निर्यात मांग ठंडी हो गई है। बाजार में माल का स्टाॅक होने से बिकवाली का दबाव है। पिं्रटेड बेडशीट्स में 60 इंच पना एवं 90 इंच पना के भाव स्थिर हो गए हैं। केम्ब्रिक में 60@60, 132@108 ग्रे का भाव जो करीब 15 दिन पहले 74 रूपये था, वह बढ़कर 77 रूपये हो गया है। इस भाव पर बाजार में माल कम है। इसमें गार्मेंट इकाइयों की भरपूर मांग बताई जा रही है।

                 

Reader's Comments:
Select Language :
Your Comment
Textile News Headlines
Your Ad Here
Textile Events
Textile Articles
Textile Forum
powerd by:-
Advertisement Domain Registration E-Commerce Bulk-Email Web Hosting    S.E.O. Bulk SMS Software Development Web   Development Web Design