आगामी सीजन की तैयारियों में जुटे व्यापारी
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पिलखुआ/ कपड़ा उत्पादकों ने आगामी सर्दी के सीजन को ध्यान में रखते हुए रजाई, गद्दा व चादरों की तैयारी में जुट गये हंै। दिसावर की मंडियों से बुकिंग आरम्भ कर दी गयी है। विभिन्न मंडियों से मिल रहे आर्डर से व्यापारी उत्साहित है।
रजाई का उत्पादन करने तथा प्रमुख रूप से राजस्थान व अन्य प्रान्तों में सप्लाई करने वाले श्री प्रेम गुप्ता ने बताया कि गांधी आश्रम के संस्थानों से भरपूर आर्डर एडवांस में मिल रहे हैं। आर्डर के आधार पर ही माल तैयार किया जा रहा है।
नगर के रजाई उत्पादक श्री शिवकुमार टांक वर्षों से उत्तरप्रदेश, हरियाणा सहीत अनेक प्रान्तों में काअव्न व सुनील की रजाई व खोली तैयार कराकर के बेचते हं। उनका कहना है कि गत वर्ष के मुकाबले इस वर्ष धागे के तो भाव कम है लेकिन मजदूरी बढ़ने के चलते रजाई की कीमत घटने के बजाय बस बढ़ी नहीं है।
रजाई का कारोबार करने वाले अनेक व्यापारियों का कहना है कि गदृदा भी तैयारी में चल रहा है वह भी खूब बिकता है। गदृदे की जिन राज्यों में ज्यादा ठण्ड पड़ती है वहां पर ज्यादा होती है वैसे तो सभी राज्यों से मांग निकलती है।
चादर का उत्पादन कर देश के अनेक प्रान्तों में आर्डर पर माल भेजने वाले श्री सुनील मित्तल का कहना है कि मध्यप्रदेश, राजस्थान, हरियाणा, महाराष्ट्र, बिहार, व उत्तर प्रदेश के अनेक शहरों से भरपूर आॅर्डर मिल रहे हैं और इस वर्ष श्रमिकों की कमी के चलते माल जितना तैयार होना चाहिए उतना नहीं हो रहा है।
चादर सप्लायरों का कहना है कि आर्डर अधिक है। माल कम तैयारी में है। जिसके चलते कपड़ा उत्पादक उत्साहित है।
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