नाणा तंगाई ने सूत और कपड़ा बाजार घटा
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मालेगांव/ नये साल के साथ मकर संक्रान्त पंजाब में लाहोड़ी, दक्षिण में ओणम का त्यौहार आया। सर्दी में कई पुराने रिकार्ड तोडकर बरसात और ओले देखने को मिले।
टेक्सटाइल मार्केट में ग्रे कपड़ा घटता जा रहा है। सूती धागे में काम कम हो रहा है। पी.ओ.वाई. के लगातार बढ़ते भावों ने रोटो केे यार्न को रोककर रखा है। इसलिए रोटो का कपड़ा ज्यादा नहीं घटा है। केम्ब्रिज खराब है और पोपलीन उससे ज्यादा खराब है। पिछले दिनों संजीवनी बूटी का काम करने वाली पी.सी. की क्वालिटी भी ठण्डे बस्ते में है। नाणा तंगाई दिन प्रतिदिन बढ़ती जा रही है। आड़तियों को व्यापार से हाथ खीचने को मजबूर कर दिया है। दो सप्ताह में कारोबार ढीला रहा। सूत में बाजार अब नरम होने लगा है। फरवरी माह में कुछ आशा और उम्मीदे हंै। मार्च तो सरकारी भरना, जीवन बीमा, पी.पी.एफ, सेविंग सर्टीफिकेट, ब्याज का हिसाब तथा खाते नील ;बराबरद्ध करने में लगे रहते है। हालांकि यह ग्रे कपड़े में सीजन का समय है। लेकिन व्यापार ग्रस्त कर रहा है। बुनकर भी बढ़ती पावर कटौती से परेशान है।
पोपलीन और केम्ब्रीजः- आड़तिया व पुराने जानकार श्री हस्तीमलजी वडेरा ने बताया कि पके माल में ग्राहकी नहीं। अत्यधिक ठंड के कारण मंडियो में कोई आता नहीं तो पेमेण्ट कहां से आयेगा। कपड़ा अब ज्यादा नहीं धरना चाहिये पिछले 15-20 दिनों में 30 से 50 पैसा ग्रे कपड़ा कम हो गया है। अब 10-20 पैसा घटा तो काम काज हो सकते है क्योंकि दो सप्ताह में कारोबार नहीं के बराबर हुआ है।
रोटो ः- सूती ग्रे कपड़ो से रोटो का ग्रे कपड़ा कम यानी 10-20 पैसा मीटर घटा है। यार्न टाइट होने से बुनकर फिलहाल कम में माल नही बेचना चाहते। लगभग 20-20 दिन का माल बिका रहता है। इसलिए ज्यादा घटाकर बेचने की आवश्यकता नही समझते। दलाल श्री राजेश पारीख ने बताया कि सिर्फ नाणा तंगाई से बाजार दब रहा है। थोडा पैसा आते ही बाजारों में रौनक आ सकती है और तेजी आते ही पैसा भी आ जाता है।
पी.सीः- पिछले कई महिनो से मुनाफा और लगातार बिके रहने से पीसी ने मालेगांव मंडी में संजीवनी का काम किया है। महिने भर में ऊपर में 12.50 से घटकर अब बाजार 11.90 से 12.00 हो गया है। जबकी यार्न बाजार रूका है। दलाल श्री राजूसोनार के अनुसार पी.सी इतना कमजोर काफी समय बाद हुआ है। नही तो 8-10 दिनों में बाजार सुधार हो जाता है।
सुती धागाः- दक्षिण भारत में पावर कटौती के चलते लम्बे समय से सुती धागा तेजी का रूख बनाये हुए हैं। उसमें सुती धागे में एक्सपोर्ट से बाजार रूक गया, नहीं तो बाजार 5-7 रूपया किलोकम हो सकता था। श्री कैलाश राठी ;कोषाध्यक्षद्ध यार्न मर्चेन्ट एसोसिएसन ने बताया कि पिछले 15 दिनों में कामकाज नहीं होने से तथा कपड़ा ज्यादा कमजोर होने से अब बाजार 2-3 रूपया किलो कमजोर हुआ है। फिर भी माल बेचने का दबाव अभी तक नहीं था। कपड़े का पेमेन्ट लेट आने से, सूत का पेमेन्ट भी लेट आ रहा है। सबसे ज्यादा परेशानी वाला बात वित्तीय तंगी है।
बाजार भाव ताव ः-
पोपलीन 60 48 का 15.80 और 70ग48 का 17.80 केम्ब्रीज 70 ग्राम 15.60 और 90 ग्राम 19.75 केम्ब्रीज 56ग52, 40ग60 47“ का 15.75 रोटो 6.80 किलो और 6 किलो 9.70
सुतीधागा ;5 किलोद्ध 34 बाना 940 से 990, 38 ताना 1050 से 1060, 44 ताना ;2$2द्ध 1170 से 1180, 60 बाना 1180 से 1200
सिंथेटिक्स यार्न ;प्रति किलो -नाका बाहरद्ध पीसी वार्प 231 से 236 पीसी वेफ्ट 218 से 221, 80 रोेटो 120 से 121, 80 रोटो झिरो 117 से 118, 60 नं. 100 प्रतिशत पोलीस्टर 212 से 215
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