भावनाओं का करें उपयोग
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लगभग 45 वर्ष पहले पूर्व सोवियत यूनियन के राष्ट्रपति श्री खुश्चेव ने संयुक्त राष्ट्र संघ की एक सभा में भाषण देते हुए किसी बात पर आवेश में आकर अपना जूता निकालकर मेज पर जोर से मारा था। चारों तरफ से इसकी आलोचना हुई। लोगों ने कहा कि संयुक्त राष्ट्र की इस सभ्य सभा में सोवियत यूनियन ने अपने बारबेरियन होने का परिचय दे दिया। परन्तु किसी ने इस बात पर गौर नहीं किया कि जिस बात के लिए उन्होंने तैश में आकर जूता मारा, उनकी वह बात लगभग मान ली गई। अफवाह यह भी है कि खुश्चेव के इस कृत्य की फोटोग्राफ को एनलार्ज करके अमरीका में देखा गया, तो यह पाया गया कि उनकी टेबिल के नीचे एक जूता अतिरिक्त पड़ा हुआ था। इसका मतलब था कि वह जूता पहले से ही अपने साथ लेकर आए थे। उन्होंने पहले से ही यह निश्चय कर लिया था कि वे यह कार्य करेंगे।
मैनेजमेंट एक्सपर्ट ये मानते हैं कि अपनी बात मनवाने के लिए कई लोग अपनी नेगेटिव इमोशंस का बखूबी इस्तेमाल करते हंै। सेल्स करते वक्त यह बहुत काम आती है।
मान लीजिए आप एक सॅाफ्टवेयर बनाने वाली कम्पनी के सेल्समेन से डील कर रहे हैं। आप उससे उसकी साॅफ्टवेयर बनाने की सर्विस का मूल्य पूछते हैं। वह इस सर्विस का मूल्य 5 लाख रूपये बताता है। आप एक केलकुलेटेड रणनीति के तहत सब कुछ छोड़कर उस सेल्समेन को हैरत और गुस्से के भाव से कुछ क्षणों के लिए घूरने लग जाते हंै। सेल्समैन भी थोड़ा अटपटा महसूस करने लगता है। फिर आप थोड़ा तेज शब्दों में कहते है कि मै तुम्हारे साथ सारे काम छोड़कर बैठा हूं, और तुम मुझे लूटने को बैठे हो। फिर आप थोड़ा तेज शब्दांे में कह सकते हो ‘मंै यहां बिजनस डील करने बैठा हंू और तुम मजाक कर रहे हो। तुम्हें टाइम की कीमत नहीं मालूम?’ आपकी तेज आवाज सुनकर बाकी असंबंधित लोग भी आपको देखने लगेंगे, लेकिन आप पर कोई शिकन तक नहीं आएगी।
यहां पर इस बात की संभावना है कि सेल्समैन आपको मिमियाते हुए ये बोल दे कि ‘सर! मैं आपको 30 प्रतिशत डिस्काउन्ट देने के लिए तैयार हूं।’ कई लोगों को बनावटी गुस्सा करने में दिक्कत होती है। तो वे दूसरे मैथड अपना सकते हंै। जब सेल्समैन अपनी सर्विस का मूल्य बताएं, तो आप जोर से हंस सकते हैं। फिर आप वापिस से उसका नाम पूछ लें और तुरंत खडे+ होकर उसे गुडबाय कहकर चले जाएं। सेल्समैन काफी अटपटा महसूस करेगा और हो सकता है कि अगली मीटिंग में वह कम मूल्य पर अपनी सर्विस आॅफर कर दे।
मंत्रः हर इंसान को भावनाओं का उपयोग करना आना चाहिए। परन्तु अच्छे उद्देश्यों के लिए ही इस्तेमाल करें।
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