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संकट के दौर में पोपलीन उद्योग

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बालोतरा/ घटाटोप बादलों के साथ दिनभर की बूंदा-बांदी ने पोपलीन उत्पादन की सारी प्रक्रिया को अवरू( कर दिया। एक दिन की छिटपुट मावठे की बरसाद का असर चार दिनों तक बना रहता है। ग्रे के कपड़े के सूखने, पैंडिंग होने और फिनिशिंग प्रोसेस में जाने में विलम्ब स्वाभाविक रूप से होता है। ग्राहकी का सामान्य क्रम होने और आंशिक उत्पादन लेने की विवशता के कारण उत्पादक अब अभ्यस्त हो गये हैंै। रकम की आवक अभी भी कमजोर ही बनी हुई है। परन्तु उद्यमियों को विश्वास है कि इस माह वे अगले माह के प्रथम सप्ताह तक ही पैसा आना है। इसके बाद वित्तीय लेखा-जोखा के समय आवक में और अन्तर आ जायेगा। यहां के उद्यमियों के अनुसार राज्य प्रदूषण मण्डल ने पाली-जोधपुर को स्वीकृतियां प्रदान की है जिससे उन्हें भारी राहत का एहसास हुआ है। इसी तर्ज पर बाडमेर जिले के जन नेता और उद्यमी प्रयास कर रहे हैं कि बालोतरा-जसोल के साथ सौतेला व्यवहार न होकर इन्हंे भी समानता की श्रेणी में रखा जाए वास्तव में यहां अवस्थित प्लान्ट, टर्सरी आदि के अनुरूप इसे प्राथमिकता मिलनी चाहिए। वर्तमान में उद्यमियों की हालत सोचनीय है और अकारण लागत बढ़ने से इस उद्योग के अस्तित्व को खतरा है। उद्यमियों ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से मिलकर वस्तु स्थिति से अवगत किया है। सांसद हरिश चैधरी व विधायक मदन प्रजापत ने नगर की 43 करोड़ की लागत से बनने वाली सिवरेज लाइन का उद्घाटन किया। इससे बालोतरा नगर के सौन्दर्यकरण में वृ(ि व प्रदूषण निराकरण पर प्रभावी असर पड़ेगा। मुख्यमंत्री द्वारा क्षेत्र की जल योजना के उद्घाटन अवसर पर विधायक मदन प्रजापत ने स्थानिय औद्योगिक समस्याओं को प्रभावी ढ़ंग से प्रस्तुत किया।

                 

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