उत्पादन, रोजगार एवं निर्यात बढ़ाने हेतु
सरकार द्वारा टेक्सटाइल उद्योग को प्रोत्साहन
21 नए टेक्सटाइल पार्कों का शुभारंभ ः निर्यात वृ(ि के लिए भी कई उपाय
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नई दिल्ली/ रोजगार एवं निर्यात की दृष्टि से महत्वपूर्ण टेक्सटाइल उद्योग को केन्द्र सरकार द्वारा प्रोत्साहन दिए जाने का सिलसिला जारी है। सरकार ने 12वीं पंचवर्षीय योजना के दौरान टेक्सटाइल एवं गारमेण्ट क्षेत्र के विकास के लिए जो लक्ष्य तय किए हैं, उसके तहत पहले वर्तमान वित्तीय वर्ष के लिए केन्द्रीय बजट में कई योजनाओं की घोषणा की गई है और फिर हाल ही में घोषित विदेश व्यापार नीति में इस क्षेत्र के निर्यात को प्रोत्साहित करने के लिए अनेक उपाय किए गए हैं। कपड़ा मंत्री श्री आनंद शर्मा ने 23 अप्रैल 2013 को एकीकृत पार्क योजना के तहत स्वीकृत किए गए 21 नए टेक्सटाइल पार्कों का शुभारंभ भी कर दिया है।
केन्द्र सरकार ने 12वीं पंचवर्षीय योजना के लिए गठित कार्यकारी समूह की सिफारिशों के अनुरूप टेक्सटाइल एवं गारमेण्ट सेक्टर के विकास के लिए काम करना शुरू कर दिया है ताकि मार्च 2017 तक टेक्सटाइल एवं वस्त्र निर्यात 64.41 बिलियन अमेरिकी डाॅलर तक पहुंचाया जा सके तथा इस दौरान 15.81 मिलियन अतिरिक्त रोजगार का सृजन किया जा सके। 12वीं योजना में कपड़ा उत्पादन में 11.5 प्रतिशत की औसत वृ(ि तथा निर्यात में 15 प्रतिशत बढ़ोतरी का लक्ष्य रखा गया है। वस्त्र क्षेत्र औद्योगिकी उत्पादन में 14 प्रतिशत, सकल घरेलू उत्पादन में 4 प्रतिशत और देश की निर्यात आय में 10.63 प्रतिशत का योगदान देता है। यह सीधे तौर पर 35 मिलियन लोगों को रोजगार उपलब्ध कराता है। वस्त्र क्षेत्र रोजगार देने के मामले में कृषि के बाद दूसरा सबसे बड़ा प्रदाता है।
इस लक्ष्य को पाने के लिए सरकार ने टेक्सटाइल क्षेत्र के लिए प्रमुख योजनाओं जैसे कपड़ा प्रौद्योगिकी उन्नयन कोष योजना ;टफद्ध एवं एकीकृत पार्क योजना को 12वीं योजना में न सिर्फ जारी रखा है बल्कि इसके लिए धन आवंटन भी बढा+या गया है। यही नहीं कपड़ा मंत्रालय छोटे विद्युतकरघों के उन्नयन के लिए एक अलग योजना पर भी विचार कर रहा है। केन्द्रीय बजट में टफ योजना को जारी रखते हुए वर्तमान वित्तीय वर्ष के लिए 2400 करोड़ रुपए का वित्तीय आवंटन किया। एकीकृत पार्क योजना के लिए 50 करोड़ रुपए तथा 12वीं योजना में ट्रीटमेंट प्लांट के लिए 500 करोड़ रुपए की एकीकृत प्रोसेसिंग विकास योजना घोषित की गई जिसके लिए वर्तमान वित्तीय वर्ष के लिए 50 करोड़ रुपए का आवंटन किया गया। हथकरघा क्षेत्र के लिए 6 प्रतिशत की रियायती दर पर सावधि )ण देने के लिए 96 करोड़ रुपए की अतिरिक्त राशि ब्याज सहायता के लिए आवंटित की गई। 12वीं योजना में पारम्परिक उद्योग पुनरु(ार निधि योजना के लिए 850 करोड़ रुपए का प्रावधान किया गया है।
केन्द्रीय कपड़ा मंत्री श्री आनंद शर्मा ने एकीकृत पार्क योजना के तहत स्वीकृत किए गए 21 नए टेक्सटाइल पार्कों का शुभारंभ किया है। इस प्रकार इस स्कीम के तहत पूर्व में स्वीकृत 40 पार्कों को मिलाकर कुल पार्कों की संख्या 61 हो गई है। अब तक 25 पार्कों का परिचालन आरंभ हो चुका है और बाकी के ज्यादातर पार्क इस वित्तीय वर्ष में शुरू हो जाएंगे। इन पार्कों में कुल 27,562 करोड़ रुपए का निवेश होने तथा 10 लाख लोगों को रोजगार मिलने का अनुमान है।
21 नए पार्कों में से 6 महाराष्ट्र में, 4 राजस्थान में, आंध्रप्रदेश और तमिलनाडु प्रत्येक में दो-दो तथा उत्तर प्रदेश, पश्चिमी बंगाल, त्रिपुरा, कर्नाटक, गुजरात, हिमाचल प्रदेश और जम्मू एवं कश्मीर प्रत्येक में एक-एक पार्क बनेंगे। इस साल के बजट में वित्त मंत्री ने अपैरल मेन्युफैक्चरिंग इकाई लगाने के लिए प्रत्येक पार्क के लिए 10 करोड़ रुपए की अतिरिक्त राशि घोषित की है जिसके क्रियान्वयन पर जरूरी कार्यवाही की जा रही है।
टेक्सटाइल क्षेत्र के लिए सरकार मेहरबान
निर्यात को बढ़ावा देने के लिए कंेद्र सरकार ने हाल ही में कई रियायतों का ऐलान किया है। इनमें से सबसे ज्यादा लाभ टेक्सटाइल क्षेत्र को मिलेगा। बजट के तहत विदेश व्यापार नीति में सरकार ने टेक्सटाइल क्षेत्र को विशेष प्रोत्साहन दिए हैं। टफ स्कीम का लाभ उठा रहे टेक्सटाइल निर्यातकों को भी इसका लाभ मिलेगा। फोकस प्रोडक्ट स्कीम में 126 और मार्केट लिंक्ड फोकस प्रोडक्ट स्कीम में 47 नए उत्पाद शामिल किए गए हैं इनमें टेक्सटाइल उत्पाद भी शामिल हैं। निर्यातकों का कहना है कि इस तरह की मदद से टेक्सटाइल के अलावा गारमेण्ट और हैंडलूम क्षेत्र के निर्यात को भी बढ़ावा मिलेगा। बीते वित्तीय वर्ष के दौरान टेक्सटाइल निर्यात 26 अरब डाॅलर रहा।
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