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फिर से पार्टियां उठने का दौर हुआ शुरू

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सूरत/ स्थानीय आर्ट सिल्क कपड़ा बाजार में जहां कारोबार कमजोर रहने से व्यापारी दुःखी है वहीं नित्य कमजोर पड़ रही पार्टियों से भी बाजार में चिन्ता व्याप्त हैं। कपड़ा व्यापारी श्री चम्पालाल बोथरा का कहना है कि सूरत में उठ जाने वाली पार्टियां अधिकांश बदनियती के कारण पलायन करती है। बीते दिनों रघुकूल मार्केट, जल मार्केट, सांई दर्शन मार्केट, अजन्ता व अभिषेक मार्केट में जो पार्टियां उठी है उनमें से अधिकांश 30 से 35 लाख का पेमेण्ट डकार कर उठी है। मात्र सांई दर्शन की पार्टी का आकंड़ा 3 से 4 करोड़ रुपये का आंका जा रहा है। जस मार्केट से तो दो पार्टिया उठी है। श्री बोथरा के अनुसार सूरत में एक संगठित गिरोह काम कर रहा जिसमें स्थानीय तत्वों की भी मिली भगत रहती है। जिनकी पहुंच पुलिस थानांे तथा स्थानीय वकीलों तक है। अगर मामला थाने या अदालत में पहुंचने की नौबत आती है तो वे पुलिस या वकील के माध्यम से उसे हेण्डल करने में वे स्थानीय रसूकदार लोग सहायक बन जाते हैं। इस नियत से विभिन्न मार्केट में कारोबार करने वाले व्यापारी 10-15 तक की लागत से किसी कम किराया वाली मार्केट में कारोबार प्रारम्भ कर देंगे तथा दो-चार बार केश में लेनदेन करने के पश्चात 35-40 का माल उधार में लेने हेतु ताक में रहते हैं। जैसे ही वे अपने मकसद में कामयाब होते हैं वे रूचक्कर हो जाते हैं। पिछले दिनों पान्डेसरा विस्तार में वीविंग उद्योग से जुड़ा एक वीवर जो रेपियर लूम के स्वयं का कारखाना व किराये पर भी लूम्स यूनिट चलाता था, बताया जाता है कि 50 लाख की देनदारी के साथ अदृश्य है। इसी तरह हैदराबाद की एक पार्टी में सूरत के कपड़ा व्यापारियों के एक करोड़ रुपये फंस गये हैं। इससे पूर्व कोटा के पास बारां राजस्थान की एक पार्टी एक करोड़ से उठी थी। अतीत में बेंगलोर की एक पार्टी में सूरत के कपड़ा व्यापारियों के करोड़ो फंसे थे। ताजा जानकारी के अनुसार कोहीनूर टेक्सटाइल मार्केट से एक पार्टी 3 करोड़ की देनदारी के साथ दो दिन से गायब है। वहीं अभिनंदन मार्केट से एक पार्टी 2 करोड़ के साथ उठने की खबर है।

                 

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