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जून के लग्नसरा के लिए धीमी गति की ग्राहकी अपेक्षित

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वैवाहिक सीजन के अभाव में कारोबार कमजोर

नई दिल्ली/ वैवाहिक ग्राहकी के अभाव में सूटिंग-शर्टिंग, साड़ी एवं लेडीज ड्रेस में कारोबार कमजोर पड गया है। उठाव घटने से डीलरों के पास स्टॉक का बोझ बढ रहा है। जबकि गर्मी का सीजन होने की वजह से पोपलीन रंगीन एवं सफेद में मांग बनी हुई है। व्यापारियों के अनुसार मई में लग्न नहीं होने की वजह से बाजार में ग्राहकी का सन्नाटा फैल गया है। व्यापारियों की नजर जून के लग्नसरा की ग्राहकी पर है लेकिन इससे ज्यादा उम्मीद भी नहीं है। यही कारण है कि खुदरा व्यापारी अभी जून के लिए नई खरीददारी नहीं कर रहे हैं। इस समय खुदरा व्यापारी वही शेड एवं रंग ले रहा है जो जरूरी है। लेवाल पसंद आने पर भी नए डिजाइन नहीं पकड रहे हैं। वैसे भी रिटेलरों के पास स्टॉक है और उनके पास बिक्री सीमित है। इस प्रकार थोक में इस समय मात्र २५ प्रतिशत कारोबार हो रहा है। व्यापारियों के ग्राहकी के हिसाब से भुगतान की आवक भी कमजोर पड गई है। इस समय उधारी की ग्राहकी रह गई है।


जून में वैवाहिक सीजन है इसलिए मई के दूसरे पखवाड़े में धीमी गति की ग्राहकी बनी रहनी चाहिए। व्यापारियों के अनुसार जून में ग्रामीण लग्न ज्यादा होते हैं इसलिए ज्यादा ग्राहकी की उम्मीद नहीं है फिरभी इस पर सभी की नजर है। सूटिंग-शर्टिंग में खुदरा व्यापारियों की मांग कमजोर है। इस समय खुदरा व्यापारी मात्र अपने जरूरी कॉमन रंग एवं शेड पूरे कर रहे हैं। नए माल की बुकिंग नहीं कर रहे हैं। यहां तक की पसंद आने पर भी नए डिजाइन भी नहीं पकड रहे हैं क्योंकि उनके पास पुराना स्टॉक है तथा फिलहाल कमजोर कारोबार की धारणा है। यहां तक कि कॉटन सूटिंग एवं लिनन का उठाव भी काफी घट गया है। लिनन में जयश्री, ग्रासिम, अरविंद, ट्रू वेल्यू एवं गोवर्धन के मालों की हल्की फुल्की मांग बनी हुई है। अन्य मिलों की लिनन लुक एवं ब्लेण्डेड लिनन में भी थोडा बहुत काम हो रहा है। कॉटन सूटिंग में अरविंद एवं नाहर की कॉटन हेरीटेज के मालों की मांग है।


वैवाहिक ग्राहकी नहीं होने की वजह से इस समय कॉम्बी पैकिंग जोड़ों एवं सफारी की मांग ज्यादा प्रभावित हुई है। शादी-विवाह में लेन देन के लिए इनकी भारी मांग रहती है। सफारी में भी उठाव घट गया है। यद्यपि बाजार में आम ग्राहकी नहीं है फिर भी ग्रासिम सूटिंग की टीआर शाइनिंग स्टार एवं नार्थ वेव के डिजाइनों की मांग बनी हुई है। इनमें ग्राहकों के मनपसंद डिजाइन एवं शेड आ रहे हैं। ग्रासिम के सेल्फ डिजाइन ज्यादा बिक रहे है। इसकी रेग्यूलर क्वालिटी ऑरलेण्डो, इम्प्रेशन,प्लेडियम, अल्ट्रालाइट, यूनीवर्सल आदि में ग्राहकी बरकरार है।


बेलमोन्ट की मास्टर्स रेंज के डिजाइन चल रहे हैं। इसकी पेज थ्री, कोसमोपोलिटिन एवं सिग्नेचर क्वालिटी में अच्छे डिजाइन आ रहे हैं।सियाराम की सभी क्वालिटी एवं रेंज में धीमी ग्राहकी बनी हुई हैं। डोनियर की कॉटन सूटिंग सायरो कॉटन एवं कोटोनोवा में सभी रेंज की मांग है। सिंथेटिक में इसकी डोनियर इंटरनेशनल तथा साफट एण्ड स्मूथ चल रही है। मयूर के थान में सभी उत्पादों की मांग है। ग्रेवियरा की रेग्यूलर रेंज बिक रही है।


रंगीन एवं सफेद पोपलीन में ग्राहकीः समर सीजन के चलते रंगीन एवं सफेद पोपलीन में ग्राहकी बनी हुई है। खासकर व्हाइट गुड्‌स कुर्ता फैब्रिक्स एवं पोपलीन में कारोबार अच्छा चल रहा है। इसमें अहमदाबाद, मुंबई, इरोड़ के मिल एवं पावरलूम दोनों क्षे त्र का माल बिक रहा है। दिल्ली के अग्रणी व्यापारी श्री नारायणदास गुप्ता के अनुसार रंगीन पोपलीन में बालोतरा से मांग के हिसाब से सप्लाई बनी हुई है। माल की कमी नहीं है। भाव मजबूत हैं। व्हाइट गुड्‌स में भी भाव ऊंचे हैं।


सफेद पोपलीन तथा व्हाइट गुड्‌स में मिलों में अरविंद, मफतलाल, रूबी आदि के साथ ईरोड, अहमदाबाद एवं मुंबई के पावरलूम के मालों की जोरदार मांग है। छोटे पने में ७० रुपए से लेकर १०० रुपए मीटर तक के मालों की अच्छी मांग है। मफतलाल की पोपलीन ७०-७५ रुपए तथा लॉन ९०-९५ रुपए में बिक रही है। अरविंद की कैम्ब्रिक ७५ रुपए तथा लॉन ६५-७० रुपए में बिक रही है। टू बाई टू रूबिया, टेरी रुबिया एवं फैंसी ब्लाउज मटेरियल में हल्की मांग बनी हुई है।


ड्रेस मटेरियल में अहमदाबाद, मुंबई एवं सूरत के मालों की मांग है। इस समय प्रिंट ज्यादा चल रहे हैं। चंदेरी प्रिंट, कैम्ब्रिक प्रिंट एवं साउथ हैण्डलूम प्रिंट तथा मुंबई एवं अहमदाबाद की आरकंडी, कैम्ब्रिक वायल, जेकार्ड, डॉबी, एवं पीसी की मांग बनी हुई है। फैंसी आइटम ३६ इंची पने में ब्लाउज तथ ४४ इंची पने में सूट के लिए जा रहा है। सूरत के डायेबल आइटमों की भी है। लेडीज सूट में बनारस के मालों की मांग कमजोर पड गई है।


साड़ियों की ग्राहकी कमजोर है। लग्न नहीं होने से बिक्री ज्यादा कमजोर है। जून में वैवाहिक सीजन है लेकिन व्यापारियों में उत्साह नहीं है। इसलिए जून की कोई तैयारी नहीं हो रही है। जून के लग्न के बाद सावन के त्यौहारों पर छिटपुट ग्राहकी चलेगी। उसके बाद सितम्बर तक कारोबार कमजोर रहने की आशंका है। वैसे भी अब शादी विवाह में साडि यों के साथ लेडीज सूट का प्रचलन बढ गया है जिससे साडि यों की बिक्री शादी-विवाह के अवसर पर पहले की तुलना में कम हुई है जबकि लेडीज सूट का काम बढा है। शादी-विवाह के अवसर पर लेन-देन में अब सूट का चलन ज्यादा है। वैवाहिक साडी में सूरत के कपडे पर कोलकाता का वर्क ही आ रहा है। इसमें विस्कोस ज्यादा चल रहा है। सूरत की हल्की मीडियम रेंज में ६० ग्राम, रशियन, दाणी पर वर्क की साडि यां आ रही है।



                 

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