रिटेल में चली अच्छी ग्राहकी ः यूनिफाॅर्म में गोरखपुर की अच्छी कटत
|
|
|
कोलकाता@ रमजान की इबादत के साथ सभी कपड़ा बाजारों में सरगर्मी आ गयी है। कोलकाता और आसपास उपनगरी में रिटेल ग्राहकी अब जोरों पर है। यहां से बिक्री का दौर महीनों तक चलते रहने की उम्मीद है। कपड़ा बाजार का टेªण्ड जो साप्ताहिक हाट लगते हंै उससे काफी हद तक प्रभावित होता है इस समय हाट भी अच्छे जा रहे हैं। उपनगरों में भी स्टोर की बिक्री भी शुरूआती तौर पर प्रोत्साहित करने वाली है। कुर्ता पजामा ;रेडीमेडद्ध की बिक्री जोरों पर है। सफेद के अलावा अब रंगीन और फैशनेबल तैयार माल की डिमाण्ड है। कुर्ता के साथ अब कुर्ती का भी ट्रेण्ड जोरों पर है। महिलाओं की पसंद प्रिण्ट, नयी स्टाइल के वर्क किये हुए माल की खपत ज्यादा है। प्लेन पोत मुम्बई, सूरत, अहमदाबाद, भिवण्डी से आते हैं लेकिन कुर्ता और कुर्ती को फैशनेबल टच यहां के कारीगर कमाल के साथ दे देते हंै। पहले यह वस्त्र सीमित रेंज में उपलब्ध रहते थे लेकिन अब इस आइटम की रेंज काफी बड़ी हो गई है। कुर्ती का चलन काफी लोकप्रिय बन चुका है यहां पर वर्क की हुई कुर्तियां देशभर में बिकती है। होलसेल और रिटेल दोनों तरफ से अच्छी मांग है। नई पीढ़ी का मनपसंद पहनावा होने के कारण इसमें विविधता भी जल्दी-जल्दी होती रहती है। इसके अलावा शेरवानी, पठानी सूट इत्यादि भी शोरूम की शान बनी हुई है। गारमेण्ट कंपनियां इस वक्त माल बना कर तैयार रखने की ज्यादा से ज्यादा तैयारियों में लगी हुई है। रेडीमेड शर्ट का चलन अब जोर पकड़ रहा है। सिले-सिलाए कपड़ों की मांग दिख रही है। ब्राण्डेड से लेकर मध्यम और सस्ते दामों के गुणवता पूर्ण माल आपूर्तिकत्र्ता उपलब्ध करा रहे हैं। आम तौर पर इस दौर में फैंसी मालों का उठाव ज्यादा रहता है सो साफ दिख रहा है। आगे यह रतार और भी तेज होने की पूरी सम्भावना है। एक तरफ इंडिगो में अब कुछ नरमी दिख रही है तो यूनिफाॅर्म में अपेक्षा से ज्यादा मांग निकली है। विशेष कर बच्चों के स्कूल ड्रेस में परिवर्तन होने से तेजी का माहौल बन गया है। गोरखपुर के हर यूनिट का माल बिक रहा है। सीता काॅटेज के गोल्ड माल की बड़ा बाजार के नंदराय मार्केट और मुटियाब्रिज दोनों मंडियों में मांग बढ़ी है। बच्चों की स्कूल यूनिफाॅर्म के लिए गोल्ड का नेवी ब्लू विशेष रूप से पसंद किया जा रहा है। वैसे भी यहां के उस्तागर ;भरी मात्रा में कपड़ा काट कर सिलने वालेद्ध गोल्ड को पहली पसंद मानते है। हालांकि इस समय फैंसी ड्रेस की मांग बरकरार होते हुए भी गोरखपुर मंडी का माल भी फुल सीजन की तरह आ रहा है। साडि़यों में अब धीरे-धीरे ग्राहकी निकर रही है। ईद के माहौल के हिसाब से चमक दमक वाली साडि़यों की मांग निकली है। सलवार कमीज का ट्रेण्ड जिस तरह शुरू हुआ था वा लगातार आगे बढ़ रहा है। रेडी टू स्टिच सेट की भरी मांग है। सिलेक्टिव श्रृंखला के लिए व्यापारियों ने हर मण्डी पर नजर रखी है। अब तक सिन्थेटिक माल की खपत अधिक रही है। अगर बारिश ने साथ दिया तो निश्चित रूप से अगले महीने के प्रथम सप्ताह से कपड़ा बाजार में सिर्फ ग्राहकी ही नजर आयेगी। अब तक मध्यम वर्षा हुई है। कुछ जिलों में भारी बारिश है लेकिन मामला संभल गया पश्चिम बंगाल में पंचायत चुनाव भी पूजा के बाद होने की सम्भावना है। इससे पहले आम लोगों के पास त्यौहार मनाने की सुविधा भी होगी, लोग नये कपड़े पहन कर ईद और बाद में पूजा जरूर मना पाएगें। इस अनुमान से कोलकाता पर समूचे देश के कपड़ा उत्पादकों की नजर रहेगी। मिल से पावरलूम और हैण्डलूम की बहार खिली रहेगी। ‘जयकरणी’ सूटिंग भीलवाड़ा को इस क्षेत्र में अच्छा रिस्पोंस मिल रहा है। उसके फैंसी डिजाइनदार माल रिटेलर्स खूब पसंद कर रहे हैं।
|
|
 
 
 
|