कपास निर्यात पंजीकरण शर्तों में संशोधन
पंजीकरण प्रमाण-पत्र के लिए अधिकतम सीमा 30 हजार गांठ
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नई दिल्ली/ सरकार ने कपास के निर्यात के लिए पंजीकरण प्रमाण पत्रों की प्रक्रिया और शर्तों को संशोधित किया है। पंजीकरण प्रमाण-पत्र प्राप्त करने के लिए कपास की अधिकतम सीमा को बढ़ाकर 30 हजार गांठ कर दिया गया है। कपास के निर्यात के लिए पंजीकरण प्रमाण पत्र जारी करने के लिए लुधियाना, राजकोट और विशाखपटनम् के क्षेत्रीय प्राधिकारियों को भी नामित किया गया है। रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट की मात्रा मीट्रिक टन में होगी। पहली अक्टूबर 2012 को जारी अधिसूचना में निर्धारित अन्य शर्ते मौजूद रहेगी।
अब एक निर्यातक एक समय में 30 हजार गांठ प्रत्येक गांठ 170 किलो की अधिकतम मात्रा के लिए अथवा विगत कपास मौसम में निर्यात की गई मात्रा, जो भी कम हो के लिए आवेदन कर सकता है। निर्यातक जिन्होंेने विगत कपास मौसम के दौरान 3000 गांठ तक का निर्यात किया है और नए निर्यातक जिन्हांेने पिछले मौसम में कपास का निर्यात नहीं किया है, वे 3000 गांठ तक के लिए आवेदन कर सकता है। इस पात्रता के अंदर एक से अधिक पंजीकरण प्रमाण पत्र प्राप्त किए जा सकते हैं। आगामी पंजीकरण पत्र के लिए आवेदन की पात्रता प्राप्त की गई व्यक्तिगत आरसी के बदले न्यूनतम 50 प्रतिशत निर्यात पूरा होने पर होगी न कि निर्यातकों की कुल पात्रता के अधीन 50 प्रतिशत निर्यात पूरा होने पर होगी। निर्यातकों को नई आर सी जारी करवाने के लिए आवेदन के साथ संबंधित क्षेत्रीय प्राधिकारियों को ऐसे निर्याताकें के दस्तावेजी प्रमाण पत्र प्रस्तुत करने होंगे।
अर्थव्यवस्था को गति देने के लिए शीघ्र नए उपाय
नई दिल्ली@ सरकार अर्थव्यवस्था को गति देने के लिए शीघ्र ही नए उपायों की घोषणा करेगी। यह जानकारी देते हुए केन्द्रीय वित्त मंत्री श्री पी चिदम्बरम् ने कहा है कि सरकार अर्थव्यवस्था की धीमी रफ्तार में तेजी लाने के लिए शीघ्र ही नए उपायों की घोषणा करेगी। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया है कि सरकार ने अब तक जो कदम उठाए हैं और आगे जो उपाय करेगी, उससे अर्थव्यवस्था को गति मिलेगी। यह जानकार वित्तमंत्री ने दिल्ली में आयोजित आर्थिक संगोष्ठी का उद्घाटन करते हुए दी।
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