रिटर्न माल से हाउसफुल हो जायेंगे ट्रांसपोर्ट गोदाम
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सूरत/ सूरत के कपड़ा बाजारों में देशावरी मण्डियों से रिटर्न माल आने का दौर प्रारम्भ हो गया है। कपड़ा बाजार समीक्षक श्री अरूण पाटोदिया के अनुसार सूरत मण्डी में जितना माल रिटर्न आता है। सम्भवतः किसी ओर बाजार में नहीं आता होगा, सूरत गुड्स ट्रान्सपोर्ट एसोसिएशन के अध्यक्ष श्री युवराज देशले के अनुसार देशावरी व्यापारी हर सीजन बीत जाने के पश्चात फुर्सत के क्षणों में न बिका माल रिटर्न भेज देते हैं। जब से सूरत में आक्ट्राय हटी है तब से यह सिलसिला कुछ ज्यादा ही बढ़ा है। कपड़ा व्यापारी श्री चम्पालाल बोथरा के अनुसार माल रिटर्न के मामले में अकेली खरीददार पार्टियां दोषी नहीं रहती है इसमें सप्लायर्स का कसूर भी इतना ही है क्योंकि बेचवाल पार्टी माल बेचने के चक्कर में खरीददार को जरूरत से ज्यादा माल दे देती है इन हालातों में अनबिका माल वापस आना ही है। दूसरी वजह यह भी है कि जब से वेल्यू एडीशन वर्क चलन में आया है तब से रिटर्न गुड्स की तो मानो परम्परा ही चल पड़ी है। क्योंकि एम्ब्राॅयडरी वर्क व अन्य वेल्यू एडेड वैरायटियां उपभोक्ता बिना किसी संकोच के माल को रिटर्न विथ थेंक्स की तर्ज पर चालान कर देता है। यह उल्लेखनीय है कि माल की वापसी पार्टी की गुडविल के आधार पर ही होती है यानि जिस ग्राहक का बकाया भुगतान समय पर आता है या फिर उसकी खरीदी नगदी आधार पर होती है ऐसे व्यापारी अपनी गुडविल का सिक्का चला कर या दमखम बता कर बिना किसी लिहाज मुलाहिजा के पार्सल थोक मात्रा में वापस कर देते है जबकि लम्बी उधारी में या कमजोर गुडविल वाला व्यापारी माल वापस भेजने की तो सोच भी नहीं सकता उल्टा सूरत के व्यापारी अपने पास रिटर्न आए माल को ऐसे व्यापारियों को चिपकाने में नहीं चूकते। बहरहाल आगामी दिनों में रिटर्न माल के अम्बार लग जाएंगे। दुर्गापूजा के पश्चात तो ट्रान्सपोर्ट गोदाम रिटर्न माल से हाउसफुल नजर आयेंगे।
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